अगर किसी व्यक्ति को कोई ऑपरेशन करवाना है। तो उस ऑपरेशन को शुभ मुहूर्त में करवाना लाभप्रद होता है। क्योंकि कभी-कभी देखा जाता है, कि ऑपरेशन होने के बाद वह घाव जल्द ठीक नहीं होता है। जिससे मरीज को काफी दिनों तक कष्ट का सामना करना पड़ता है।
आपने देखा होगा कि कभी-कभी कोई ऑपरेशन इतनी आसानी से हो जाता है, कि मरीज को ज्यादा तकलीफ नहीं होता है। और घाव भी बहुत जल्द ठीक हो जाता है। तो ऐसा कैसे हो गया, की कुछ व्यक्तियों के घाव ठीक होने में काफी समय लगा। तो मुझे कुछ व्यक्तियों के घाव जल्द से जल्द ठीक हो जाता है।
इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं। शारीरिक क्षमता भी मायने रखता है, कि वह व्यक्ति का शरीर कितना जल्दी घाव को भरता है। लेकिन इसके साथ साथ कुछ समय भी मायने रखता है। जैसे शुभ समय और अशुभ समय में किया गया ऑपरेशन उस समय के अनुसार अपना फल देता है।
तो क्यों ना हम ऑपरेशन को शुभ मुहूर्त में कराएं। लेकिन इसके पीछे भी आपको ध्यान देने की आवश्यकता है, कि अगर संभव हो तभी मुहूर्त देखना चाहिए, नहीं तो आवश्यकता अनुसार ऑपरेशन करवाना ही उचित होगा।
यहां पर मैं ऑपरेशन करने के शुभ मुहूर्त को बता रहा हूं। इस मुहूर्त में ऑपरेशन कराया जा सकता है। लेकिन अगर शुभ समय के बारे में बात करें। तो कोई भी एक मुहूर्त सभी व्यक्तियों के लिए शुभ नहीं होता है। शुभ मुहूर्त के लिए उस व्यक्ति का जन्म तिथि या नाम से निकलवाना ही उचित होता है।
यहां पर सभी मुहूर्त काशी के सूर्योदय के समय अनुसार दिया गया है।
सीजर मुहूर्त नवंबर 2023
दिनांक | वार | समय |
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2 नवंबर 2023 | गुरुवार | प्रातः 6:28 से सुबह 7:07 तक |
9 नवंबर 2023 | गुरुवार | रात्रि 10:12 से अगले दिन प्रातः 6:32 तक |
14 नवंबर 2023 | मंगलवार | शाम 4:02 से अगली रात्रि 4:24 तक |
19 नवंबर 2023 | रविवार | प्रातः 6:38 से शाम 4:00 बजे तक, शाम 5:22 से रात्रि 11:52 तक |
28 नवंबर 2023 | मंगलवार | दोपहर 3:23 से अगले दिन प्रातः 6:42 तक |
ऑपरेशन कराने का मुहूर्त दिसंबर 2023
दिनांक | वार | समय |
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7 दिसंबर 2023 | गुरुवार | प्रातः 6:45 से दोपहर 1:20 तक |
17 दिसंबर 2023 | रविवार | प्रातः 6:46 से सुबह 7:52 तक |
सीजर करवाने के लिए शुभ मुहूर्त कैसे देखें?
अब मैं यहां पर आप सभी लोगों के सुविधा के लिए ऑपरेशन करने के शुभ मुहूर्त को कैसे देखा जाता है? इसके बारे में बताने जा रहा हूं। मुहूर्त को देखने के लिए आपको ज्योतिष का ज्ञान होना आवश्यक है। क्योंकि मुहूर्त में ऐसे कई सारे पहलुओं को ध्यान में रखकर देखा जाता है। यहां पर मैं तिथि वार और नक्षत्र के बारे में आपको जानकारी देने जा रहा हूं।
ऑपरेशन कराने का शुभ नक्षत्र कौन-कौन से हैं?
ऑपरेशन कराने का सबसे शुभ नक्षत्र अश्विनी, रोहिणी, मृगशिरा, हस्त, चित्रा, स्वाति, अनुराधा, श्रवण, ज्येष्ठा और पुष्प नक्षत्र को माना गया है। इन नक्षत्रों में ऑपरेशन कराना शुभ होता है।
ऑपरेशन कराने का शुभ वार कौन-कौन से हैं?
ऑपरेशन कराने का सबसे शुभ वार रविवार, मंगलवार और गुरुवार को माना गया है। इन वार में ऑपरेशन कराना शुभ होता है।
ऑपरेशन कराने का शुभ तिथि कौन-कौन से हैं?
ऑपरेशन कराने का सबसे शुभ तिथि द्वितीया, तृतीया, पंचमी, षष्ठी, सप्तमी, दशमी, द्वादशी और त्रयोदशी (शुक्ल) को माना गया है। इन तिथियों में ऑपरेशन कराना शुभ माना जाता है।