पास के ही एक गांव में एक लड़का था। जिसका नाम मोहन था। वह काफी उदास था। मोहन को रोते हुए उसके पिता ने देख लिया। तब मोहन के पिता ने मोहन से पूछा कि तुम क्यों रो रहे हो।
तब मोहन ने कहा कि पिताजी मेरी जीवन में बहुत सारी समस्याएं हैं। तो मोहन के पिता ने मोहन को एक आलू, एक अंडा और कुछ बींस लाने के लिए कहा। और इन तीनों को अलग-अलग कटोरी में रख दिया।
फिर पिता ने मोहन को उन तीन चीजों की बनावट को महसूस करने के लिए कहा। फिर प्रत्येक कटोरी में पानी भरने के लिए निर्देश दिया।
मोहन ने भी वैसा ही किया, जैसा कि उसके पिता ने कहा है। मोहन के पिता ने तीनों कटोरी को उबाल दिया।
जब कटोरी ठंडा हो गया। तब मोहन की पिता ने मोहन को एक बार फिर तीनों कटोरी के चीजों की बनावट को महसूस करने के लिए कहा।
तब मोहन ने महसूस करते हुए देखा कि आलू नरम हो गया है। और उसकी त्वचा आसानी से छिल रही है। वही अंडा कठोर और सख्त हो गया है। तो वही कॉफी बींस पूरी तरह से बदल गया था। और पानी की कटोरी को सुगंधित और स्वादिष्ट बना दिया था।
इसके बाद मोहन के पिता ने कहा कि बेटा देखो। समस्याएं प्रत्येक समय रहेंगा। लेकिन आप उस समस्या में किस प्रकार की प्रक्रिया करते हैं। वह काफी महत्व रखता है।